वित्त मंत्री के नाम रौशनकुमार ने दरभंगा बिहार से अरमानों की चिट्ठी भेजी है. वे एक दिहाड़ी मजदूर हैं. उनकी इस चिट्ठी को पढ़ कर सुना रहे हैं विपुल सिंह.
बजट 2023 पर मनी9 लेकर आया है वित्त मंत्री के नाम 'अरमानों की चिट्टी', कोविड के दौरान पैसों की तंगी झेल रहे मजदूरों को अब भी काम क्यों नहीं मिल रहा है?
सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकनॉमी (CMIE) के हालिया जारी आंकड़ों से देश में फिर से बेरोजगारी बढ़ने का ट्रेंड दिखाई दे रहा है.
One Year of Lockdown: एक बात तो समझ लेना चाहिए कि किसी के लिए भी अपने मूल स्थान से निकलकर किसी दूसरे जगह पर काम करने का फैसला करना एक कड़ा फैसला होता है.